नर्मदेश्वर शिवलिंग का महत्व
नर्मदेश्वर शिवलिंग का महत्व सभी शिवलिंगों मे सबसे विशेष है| क्युकी यह शिवलिंग सभी नदियों मे सबसे पवित्र नदी माँ नर्मदा के तल से प्राप्त होता है भगवान शिव की पूजा मे भी इस शिवलिंग का काफी महत्व है| यह शिवलिंग माँ नर्मदा को भोलेनाथ का आशीर्वाद स्वरूप है|
माँ नर्मदा ने शिव जी की घोर तपस्या की थी जिसके फलस्वरूप भोलेनाथ ने वरदान दिया की तुम्हारे तल मे जीतने भी कंकर है वह सभी शिव स्वरूप हो जायेगे तभी से माँ नर्मदा का हर कंकर शिवशंकर के रूप मे पूजा जाता है| इस वजह से नर्मदा नदी से निकले शिवलिंग सबसे पवित्र माने जाते है| नर्मदेश्वर शिवलिंग को बाणलिंग भी कहते है|
कहते है की हजारों शिवलिंग मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करने से जो पुण्य प्राप्त होता है उससे ज्यादा पुण्य धातु के बने शिवलिंगों की पूजा से प्राप्त होता है परंतु नर्मदेश्वर शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही लाखों गुना पुण्य की प्राप्ति होती है|
नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा के फायदे
- इस शिवलिंग की पूजा करने से घर में सुख-शांति और लक्ष्मी का स्थायी वास होता है
- घर के लड़ाई झगड़ो के छुटकारा मिलता है
- पति-पत्नी के बिच के सम्बन्ध मधुर होते है
- नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से अकाल मृत्यु की संभावना भी कम हो जाती है
- सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है
- शिवलिंग पर दूध ओर शंकर चढ़ाने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है
नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना केसे करते है
नर्मदेश्वर शिवलिंग को आप घर या ऑफिस मे काही पर भी स्थापित कर सकते है क्युकी भोलेनाथ की घर या मंदिर मे स्थापना बहुत ही शुभ फलदायक है| नर्मदेश्वर शिवलिंग को प्राण प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती क्युकी यह शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है| इन्हे सीधे माँ नर्मदा के तल से निकाल कर स्थापित किया जा सकता है |
प्रातः काल स्नान करें और शिवलिंग को किसी बड़े थाल में शिव जी प्रतिमा के आगे रखें।इसके पश्चात भगवान शिव की प्रतिमा केआगे बेलपत्र और नैवेद्य अर्पित करें।फिर शिवलिंग पर जल अर्पित करें।उसके बाद भगवान शिव का ध्यान करें और ॐ नमः शिवाय का जाप करें।